जो जारी है.. मेरा पहला निजी ब्लॉग है. 2007 से मैं इसके जरिए आप लोगों से वार्तालाप कर रही हूं. जो कुछ घटित हो रहा है, वह दर्ज होते रहना चाहिए. गवाह के तौर पर, भोगी के तौर पर, या मंच पर किन्हीं कलाकारों के तौर पर.. संवाद सदैव बना रहना चाहिए. ब्लॉग या लेखन एक प्रकार का संवाद ही तो हैं! बस इनमें जीभ का प्रयोग करके बोला नहीं जाता.. उंगलियों का प्रयोग करके लिखा जाता है..
पेशे से पत्रकार हूं. 20 साल से अधिक समय हुआ, अखबार, मैगजीन, न्यूज एजेंसी के लंबे रिपोर्टिंग करियर के बाद डिजिटल जर्नलिज्म की दुनिया में कार्यरत हूं.
दिल से केवल इंसान हूं. देशों की सीमाओं में यकीन नहीं. हिंसा में यकीन नहीं. हर धर्म में यकीन. किसी धर्म-पंथ या संप्रदाय के खिलाफ नहीं. हां, धर्म के ठेकेदारों को पसंद नहीं करती. खान पान में शाकाहार (vegetarian) की घोर पक्षधर. ईश्वर की हरेक कृति के लिए सम्मान का भाव. मेरे लिए मुर्गा भी उतना ही प्यारा जितना कुत्ता. रोटी कपड़ा और मकान की बेसिक जरूरत के लिए कल्याणकारी राज्य की विचारधारा को हर हाल में लागू रखने की पक्षधर.
मानवतावाद, मेरी एकमात्र विचारधारा.
आइए, जीवन में जो जारी है, उस पर विचार विमर्थ करें.. बात करें..
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